न लेखक विभु काका के अनोखे संसार की आश्चर्य से
देख रहा था उनके इस अनोखे संसार मे क्या
वया था ​

By Eden

न लेखक विभु काका के अनोखे संसार की आश्चर्य से
देख रहा था उनके इस अनोखे संसार मे क्या
वया था ​

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Eden

1 thought on “न लेखक विभु काका के अनोखे संसार की आश्चर्य से<br />देख रहा था उनके इस अनोखे संसार मे क्या <br />वया था ​”

  1. Explanation:

    ज़िन्दगी का हर शौक पाला नहीं जाता,

    कांच की बोतल को हवा में उछाला नहीं जाता

    मेहनत करने से रास्ते हो जाते है आसान

    क्यूंकि हर काम किस्मत पे टाला नहीं जाता

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