इश्क़ है मेरे भी जेहन में मगर किसी रात की तरह सुनसान है !
लिखता हूं जिसके लिए सब वो अब तक अनजान है |​

इश्क़ है मेरे भी जेहन में मगर किसी रात की तरह सुनसान है !
लिखता हूं जिसके लिए सब वो अब तक अनजान है |​

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Charlotte

2 thoughts on “इश्क़ है मेरे भी जेहन में मगर किसी रात की तरह सुनसान है !<br />लिखता हूं जिसके लिए सब वो अब तक अनजान है |​”

  1. Answer:

    wha wha wha!!

    kya shayari hai bro

    nice❤

    good evening

    have a nice evening

    keep smiling ☺

    Explanation:

    what is photosynthesis??

    Reply

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