उस काल मारे क्रोध के तनु कांपने उसका लगा,
मानो हवा के वेग से सोता हुआ सागर जगा।
यह किसके लिए कहा गया और इसका अर्थ अथवा इ

उस काल मारे क्रोध के तनु कांपने उसका लगा,
मानो हवा के वेग से सोता हुआ सागर जगा।
यह किसके लिए कहा गया और इसका अर्थ अथवा इसमें अलंकार बताइए।।​

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Abigail

2 thoughts on “उस काल मारे क्रोध के तनु कांपने उसका लगा,<br />मानो हवा के वेग से सोता हुआ सागर जगा।<br />यह किसके लिए कहा गया और इसका अर्थ अथवा इ”

  1. उत्तर:

    ऊपर दिए गए वाक्य का अर्थ है:

    अर्जुन का शरीर क्रोध के कारण इसे कॉप उठा, जैसे मानो हवा की गति के कारण सागर जगा।

    इसमें अर्जुन के बारे में कहा है और इसमें उत्प्रेक्षा अलंकार का प्रयोग हुआ हैं।

    Hope it helps you....

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  2. उत्तर

    अर्थ:

    अर्जुन का शरीर क्रोध के कारण ऐसे कॉप उठा जैसे मानो हवा के वेग से सोता हुआ सागर जगा

    ये अर्जुन के लिए कहा गया है अथवा इसमें उत्प्रेक्षा अलंकार प्रयुक्त हुआ है।

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