गुज़रते लम्हों में सदियां तलाश करता हूँ, ये मेरी प्यास है कि नदियाँ तलाश करता हूँ.. यहाँ तो लोग गिनाते हैं खुबियां अपनी, मैं अपने आप में खामियां तलाश करता हूँ..☠️☠️
1 thought on “गुज़रते लम्हों में सदियां तलाश करता हूँ, ये मेरी प्यास है कि नदियाँ तलाश करता हूँ.. यहाँ तो लोग गिनाते हैं खुबियां अपनी, मैं अपने”
Leave a Comment
You must be logged in to post a comment.
Answer:
yes baba I am in 10th class
aapko preboards lab se start h ?