2 thoughts on “essay on “लोग एक है”<br />100 words in hindi. <br />Please..<br />I will make you brilliant if you give me correct answer. ”
Answer:
एकता एक भाव है जिसका जन्म किसी के अंदर तब होता है जब उसे इस बात का ज्ञान होता है कि दूसरा भी उसी की भांति है, उससे भिन्न नही है। स्थूल स्तर पर एकता तय करने के कई पैमाने है, जैसे कोई जाति के आधार पर एकता को महत्व देता है कोई धर्म के आधार। पर मूल रूप से हम सब एक ही है। हम सब का निर्माण 5 तत्वों से ही हुआ है। अग्नि, मिट्टी, जल वायु, आकाश. जिस दिन हर व्यक्ति को इस ज्ञान का अनुभव हो गया उस दिन अनेकता का सिद्धांत ही खत्म हो जाएगा क्योंकि मूल रूप से हम सब एक ही है। हम सब एक ही वृक्ष के फल हैं।
हमारा देश एक विशाल देश माना जाता है, जहाँ करीब 130 करोड़ लोग प्रेमभाव के साथ रहते हैं। भारत दुनियाँ का एक मात्र ऐसा देश है जहाँ हर धर्म, पंथ, विचारधारा और संप्रदाय को मानने वाले लोग रहते हैं।
सभी लोगो के रस्म-रिवाज, पहनावा और बोली भाषा अलग होती है लेकिन फिर भी किसी के अंदर दूसरे के प्रति वैमनस्य का भाव नही आता। यही हमारे देश की ताकत और विशेषता है।
इसी वजह से भारत के बारे में कहा जाता है कि यहाँ विविधता में एकता है।
भारत एक ऐसा देश है जहाँ हर 100 किलोमीटर में बोली बदल जाती है, 400 किमी. में खाने पीने का ढंग बदल जाता है। इतनी विविधता होने के बाद भी हमारा देश एकता के सूत्र में बंधा हुआ है।
भारतीय समाज की इस विशेषता को देख कई बार बड़ी बड़ी शख्सियत हैरान होती है क्योंकि विविधता होने से यही तात्पर्य निकलता है कि कुछ कमजोरी होगी, लेकिन भारतीय समाज के बारे में यह बात गलत सिद्ध हो जाती है।
प्रस्तावना
दुनियाँ की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक भारतीय सभ्यता विश्व में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है, क्योंकि हम सब नैसर्गिक रूप से इंसानियत को महत्व देते हैं न कि जाति, धर्म, सम्प्रदाय को।
इसी वजह से हमारा देश इतनी विविधता से भरा हुआ है। दुनियाँ के नक्शे पर जब हम कोई एक ऐसा देश खोजने की कोशिश करते हैं, जहाँ इतनी ज्यादा विविधता है,तब हम असफल हो जाते हैं क्योंकि भारत की अलावा ऐसा कोई दूसरा देश नही है। विविधता में एकता ही हमारे देश की पहचान है।
विविधता में एकता ही है भारत की असली पहचान.
जब हम ईरान का नाम सुनते हैं तो दिमाग मे खयाल आता है मुश्लिम देश, अमेरिका ईसाइयों का देश, इजराइल, यहूदियों का देश लेकिन भारत का नाम सुनने पर कोई खास धर्म याद नही आता क्योंकि सदियों से यहाँ हर धर्म के लोग एक साथ रह रहे हैं।
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एकता एक भाव है जिसका जन्म किसी के अंदर तब होता है जब उसे इस बात का ज्ञान होता है कि दूसरा भी उसी की भांति है, उससे भिन्न नही है। स्थूल स्तर पर एकता तय करने के कई पैमाने है, जैसे कोई जाति के आधार पर एकता को महत्व देता है कोई धर्म के आधार। पर मूल रूप से हम सब एक ही है। हम सब का निर्माण 5 तत्वों से ही हुआ है। अग्नि, मिट्टी, जल वायु, आकाश. जिस दिन हर व्यक्ति को इस ज्ञान का अनुभव हो गया उस दिन अनेकता का सिद्धांत ही खत्म हो जाएगा क्योंकि मूल रूप से हम सब एक ही है। हम सब एक ही वृक्ष के फल हैं।
Answer:
हमारा देश एक विशाल देश माना जाता है, जहाँ करीब 130 करोड़ लोग प्रेमभाव के साथ रहते हैं। भारत दुनियाँ का एक मात्र ऐसा देश है जहाँ हर धर्म, पंथ, विचारधारा और संप्रदाय को मानने वाले लोग रहते हैं।
सभी लोगो के रस्म-रिवाज, पहनावा और बोली भाषा अलग होती है लेकिन फिर भी किसी के अंदर दूसरे के प्रति वैमनस्य का भाव नही आता। यही हमारे देश की ताकत और विशेषता है।
इसी वजह से भारत के बारे में कहा जाता है कि यहाँ विविधता में एकता है।
भारत एक ऐसा देश है जहाँ हर 100 किलोमीटर में बोली बदल जाती है, 400 किमी. में खाने पीने का ढंग बदल जाता है। इतनी विविधता होने के बाद भी हमारा देश एकता के सूत्र में बंधा हुआ है।
भारतीय समाज की इस विशेषता को देख कई बार बड़ी बड़ी शख्सियत हैरान होती है क्योंकि विविधता होने से यही तात्पर्य निकलता है कि कुछ कमजोरी होगी, लेकिन भारतीय समाज के बारे में यह बात गलत सिद्ध हो जाती है।
प्रस्तावना
दुनियाँ की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक भारतीय सभ्यता विश्व में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है, क्योंकि हम सब नैसर्गिक रूप से इंसानियत को महत्व देते हैं न कि जाति, धर्म, सम्प्रदाय को।
इसी वजह से हमारा देश इतनी विविधता से भरा हुआ है। दुनियाँ के नक्शे पर जब हम कोई एक ऐसा देश खोजने की कोशिश करते हैं, जहाँ इतनी ज्यादा विविधता है,तब हम असफल हो जाते हैं क्योंकि भारत की अलावा ऐसा कोई दूसरा देश नही है। विविधता में एकता ही हमारे देश की पहचान है।
विविधता में एकता ही है भारत की असली पहचान.
जब हम ईरान का नाम सुनते हैं तो दिमाग मे खयाल आता है मुश्लिम देश, अमेरिका ईसाइयों का देश, इजराइल, यहूदियों का देश लेकिन भारत का नाम सुनने पर कोई खास धर्म याद नही आता क्योंकि सदियों से यहाँ हर धर्म के लोग एक साथ रह रहे हैं।