1 thought on “पहठत पद के आधार पर लसद्ध करें कक गोपपयााँराजनीयत की ज्ञाता थीं।”
श्रीकृष्ण के प्रति अपने प्रेम की दृढ़ता को जाहिर करते हुए गोपियों ने उद्धव से कहा कि श्रीकृष्ण हमारे लिए हारिल पक्षी की लकड़ी के समान बन गए हैं। जैसे हारिल पक्षी सदा अपने पंजों में लकड़ी पकड़े रहता है वैसे ही हम भी सदा श्रीकृष्ण का ध्यान करती रहती हैं।
श्रीकृष्ण के प्रति अपने प्रेम की दृढ़ता को जाहिर करते हुए गोपियों ने उद्धव से कहा कि श्रीकृष्ण हमारे लिए हारिल पक्षी की लकड़ी के समान बन गए हैं। जैसे हारिल पक्षी सदा अपने पंजों में लकड़ी पकड़े रहता है वैसे ही हम भी सदा श्रीकृष्ण का ध्यान करती रहती हैं।