2 thoughts on “लक्ष्मण ने परशुराम द्वारा धनुष-बाण और कुठार धारण करना व्यर्थ क्यों बताया?<br /><br /><br /><br /><br />Hey mod ya delete kiya ques”
Answer:
धनुष-बाण और कुठार तो आपके लिए व्यर्थ हैं। व्याख्यात्मक हल: लक्ष्मण ने कहा कि देवता, ब्राह्मण, भगवान के भक्त और गाय-इन पर हमारे कुल में वीरता नहीं दिखाई जाती है। क्योंकि इन्हें मारने पर पाप लगता है और इनसे हारने पर अपयश होता है।
धनुष-बाण और कुठार तो आपके लिए व्यर्थ हैं। व्याख्यात्मक हल: लक्ष्मण ने कहा कि देवता, ब्राह्मण, भगवान के भक्त और गाय-इन पर हमारे कुल में वीरता नहीं दिखाई जाती है। क्योंकि इन्हें मारने पर पाप लगता है और इनसे हारने पर अपयश होता है।
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धनुष-बाण और कुठार तो आपके लिए व्यर्थ हैं। व्याख्यात्मक हल: लक्ष्मण ने कहा कि देवता, ब्राह्मण, भगवान के भक्त और गाय-इन पर हमारे कुल में वीरता नहीं दिखाई जाती है। क्योंकि इन्हें मारने पर पाप लगता है और इनसे हारने पर अपयश होता है।
Hope it helps u ☺️
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धनुष-बाण और कुठार तो आपके लिए व्यर्थ हैं। व्याख्यात्मक हल: लक्ष्मण ने कहा कि देवता, ब्राह्मण, भगवान के भक्त और गाय-इन पर हमारे कुल में वीरता नहीं दिखाई जाती है। क्योंकि इन्हें मारने पर पाप लगता है और इनसे हारने पर अपयश होता है।
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