hame vijye ke sath prajay ko bhi swikar karna chahiye aur prajay ke karno ko jankar swasth prampara ka vikas karna chahiye. is vis

hame vijye ke sath prajay ko bhi swikar karna chahiye aur prajay ke karno ko jankar swasth prampara ka vikas karna chahiye. is vishay par anuched likhikye​

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Amaya

1 thought on “hame vijye ke sath prajay ko bhi swikar karna chahiye aur prajay ke karno ko jankar swasth prampara ka vikas karna chahiye. is vis”

  1. हमें विजय के साथ पराजय को भी स्वकर करना चाहिए और पराजय के कारणों को जानकर स्वस्थ परम्परा का विकास करना चाहिए |

    इस कथन पर मेरे विचार इस प्रकार है , हमें विजय के साथ पराजय को भी स्वकर करना चाहिए और पराजय के कारणों को जानकर स्वस्थ परम्परा का विकास करना चाहिए | विजय पर पराजय हमारे जीवन के दो पहलू है | जब भी हम कोई कार्य करते है , तो उसका परिणाम हार या जीत होती है | हमें जीवन अपने पराजय मिलने के बाद हमें कभी निराश नहीं होना चाहिए | हमें अपनी पराजय के कारण को जानकर और मेहनत करनी चाहिए | इतनी मेहनत करनी चाहिए , जब तक हमें सफलता न मिल जाए | हमें अपनी पराजय से कभी हार नहीं माननी चाहिए | हमें अपनी हार को हिम्मत बनाकर सफलता के लिए मेहनत करनी चाहिए |

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