प्र013 जिसका चरण निरंतर रत्नेश धो रहा हैं से कविता का क्या आशय है ?
अथवा​

प्र013 जिसका चरण निरंतर रत्नेश धो रहा हैं से कविता का क्या आशय है ?
अथवा​

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Isabelle

2 thoughts on “प्र013 जिसका चरण निरंतर रत्नेश धो रहा हैं से कविता का क्या आशय है ?<br />अथवा​”

  1. Answer:

    इस कविता में बताया गया कि में निरंतर रत्नेश चरण पर धो रहा हैं।इसी बात पर वह बहुत परिश्रमी व्यक्ति है। उन्हें हर दिन खुश रहता है।

    Explanation:

    निरंतर रत्नेश व्यक्तिवाचक संज्ञा के बारे में जानकारी दी गई है। धो रहा हैं वर्तमान काल के बारे में बताइ गई है।

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